झारखंड में (Judge Kaise Bane) उसकी पूरी जानकारी – न्यायाधीश वे व्यक्ति होते हैं जो कानूनी मामलों में निर्णय लेने के लिए ज़िम्मेदार होते हैं। वे दोनों पक्षों की बातें सुनते हैं, साक्ष्यों की समीक्षा करते हैं, और फिर कानून को लागू करके निष्पक्ष और न्यायपूर्ण निर्णय लेते हैं। न्यायाधीश अदालतों में काम करते हैं और यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं कि न्याय सही तरीके से हो। उनका काम कानून की व्याख्या करना, अधिकारों की रक्षा करना और समाज में व्यवस्था बनाए रखना है।
जज क्या होते हैं? What is Judge?
जज वह व्यक्ति होते हैं जो अदालत में कानूनी मामलों का निर्णय लेते हैं। वे कानून के अनुसार यह तय करते हैं कि कौन सही है और कौन गलत, और उचित सजा या निर्णय देते हैं। उनका काम निष्पक्ष रहकर न्याय करना होता है।
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जज कैसे बने? Judge Kaise Bane?
जज बनने के लिए सबसे पहले, आपको कानून (Law) में स्नातक की डिग्री लेनी होगी। यह 3 या 5 साल का कोर्स होता है। उसके बाद आपको कानून की पढ़ाई पूरी करने के बाद, आपको वकील के रूप में बार काउंसिल में पंजीकरण कराना होगा और कुछ समय तक वकील के रूप में काम करना होगा। कुछ साल वकील का अनुभव लेने के बाद, आपको न्यायिक सेवा परीक्षा (Judicial Service Examination) देनी होगी। यह परीक्षा राज्य सरकार द्वारा आयोजित की जाती है। परीक्षा पास करने के बाद, आपको जज बनने की ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग पूरी करने के बाद, आपको अदालत में जज के रूप में नियुक्त किया जाएगा और आप मामलों का फैसला करने लगेंगे।
जज कितना प्रकार के होते है? How Many types of Judges?
जज तीन प्रकार के होते है:-
डिस्ट्रीक जज – जो जिलों के स्तर पर मामलों की सुनवाई करते हैं और सिविल और क्रिमिनल दोनों मामलों को संभाल सकते हैं।
- डिस्ट्रीक जज आम तौर पर दो मुख्य प्रकार के होते हैं:
- सिविल जज – जो नागरिक मामलों जैसे संपत्ति विवाद, परिवारिक विवाद, और अनुबंधों से संबंधित मामलों की सुनवाई करते हैं।
- क्रिमिनल जज – जो आपराधिक मामलों जैसे चोरी, हत्या, और अन्य अपराधों की सुनवाई करते हैं।
हाई कोर्ट जज – जो उच्च न्यायालय में काम करते हैं और मुख्यतः अपील और महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई करते हैं।
सुप्रीम कोर्ट जज – जो सर्वोच्च न्यायालय में काम करते हैं और देश के सबसे महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई करते हैं।
ये सभी जज अलग–अलग स्तर और प्रकार के मामलों को संभालते हैं।
जज बनने के लिए योग्यता? What is the eligibility to became a Judge?
जज बनने के लिए आपको निम्नलिखित योग्यताओं की आवश्यकता होती है:-
- आपको कानून (LLB) में डिग्री होनी चाहिए। यह डिग्री 3 या 5 साल के कोर्स के रूप में प्राप्त की जा सकती है।
- कुछ समय के लिए आपको वकील के रूप में कोर्ट में प्रैक्टिस करनी होती है। अलग–अलग राज्यों में यह समय अलग–अलग हो सकता है, लेकिन सामान्यतः 7-10 साल का अनुभव आवश्यक होता है।
- आपको राज्य सरकार द्वारा आयोजित जुडिशियल सर्विस एग्जाम (सिविल जज की परीक्षा) पास करनी होती है। इस परीक्षा में लिखित और इंटरव्यू दोनों होते हैं।
- जुडिशियल सर्विस एग्जाम के लिए न्यूनतम आयु सीमा 21-25 वर्ष और अधिकतम आयु सीमा 35-40 वर्ष तक हो सकती है, जो राज्य और कोर्ट के अनुसार अलग–अलग होती है।
जज बनने के लिए कितनी उम्र (Age Limit) होनी चाहिए? Judge Age Requirement?
जज बनने के लिए उम्र अधिकांश राज्यों में, न्यायिक सेवा परीक्षा के लिए आवेदन करने की अधिकतम उम्र सीमा 35 वर्ष होती है। हालांकि, कुछ राज्यों में यह सीमा 40 वर्ष तक हो सकती है। अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), और अन्य पिछड़ी जातियों (OBC) के उम्मीदवारों को उम्र में छूट मिल सकती है। यह सीमा अलग–अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में थोड़ी भिन्न हो सकती है, इसलिए स्थानीय न्यायिक सेवा आयोग की अधिसूचना को जांचना महत्वपूर्ण है।
जज का क्या काम होता है? Judge work in hindi
एक जज न्यायालय में काम करता है और विभिन्न मामलों में निर्णय सुनाता है। और वादी और प्रतिवादी की बातों को सुनना का काम होता है और कानून के आधार पर सही और न्यायपूर्ण निर्णय देना। केस से संबंधित आदेश जारी करना, जैसे जमानत या सजा। और साथ ही आसान शब्दों में, जज लोगों के विवादों को सुलझाता है और सुनिश्चित करता है कि न्याय होता है।
जज बनने के लिया क्या Exam Pattern होता है? Judge Exam Level in Hindi
जज बनने के लिए आपको भारतीय न्यायिक सेवा परीक्षा (Judicial Service Examination) को पास करना होता है। इस परीक्षा का पैटर्न तीन चरणों में होता है:-
- प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam):यह परीक्षा वस्तुनिष्ठ प्रकार (Objective Type) की होती है। इसमें सामान्य ज्ञान, सामान्य अध्ययन, कानून और भाषा से संबंधित प्रश्न होते हैं।
- इसमें सफलता प्राप्त करने पर आप मुख्य परीक्षा के लिए पात्र होते हैं।
- मुख्य परीक्षा (Mains Exam): यह लिखित प्रकार (Descriptive Type) की होती है। इसमें कानून के विभिन्न विषयों पर निबंधात्मक प्रश्न पूछे जाते हैं। इसके साथ ही भाषा के पेपर होते हैं जैसे अंग्रेजी और स्थानीय भाषा।
- साक्षात्कार (Interview):मुख्य परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। इसमें उम्मीदवार के कानूनी ज्ञान, तर्कशक्ति, और व्यक्तिगत गुणों का परीक्षण किया जाता है। इन तीनों चरणों में सफलता प्राप्त करने के बाद आप न्यायिक सेवा के लिए चुने जाते हैं और जज बनने की प्रक्रिया पूरी होती है।
जज बनने के लिए क्या सिलेबस होता हैं? – Judge Exam Syllabus
प्रारंभिक परीक्षा (premils examination )में सामान्य ज्ञान अनुभाग से भी प्रश्न पूछे जाते हैं। सामान्य ज्ञान के अंतर्गत अध्ययन किये जाने वाले महत्वपूर्ण विषयों में निम्नलिखित शामिल हैं:-
- Constitutional law
- Contract Law and Tort Law
- General Knowledge and Current Affairs
- IPC, CPC, CrPC, and The Indian Evidence Act
- Proficiency in English Language and Aptitude
- Transfer of Property law
- Communications and Space
- Current National Issues & topics of Social relevance
- Geography of India
- History of India
- India and the World
- Indian Culture
- Indian Economy
- Indian Polity
- International Affairs and Institutions
- Science and Technology etc
झारखण्ड न्यायिक सेवा मुख्य परीक्षा ( mains exam ) में, पांच अनिवार्य पेपर होते हैं। झारखड न्यायपालिका पाठ्यक्रम 2024 में उम्मीदवारों को पांच वैकल्पिक पेपरों का विकल्प भी दिया जाएगा, जिसमें से उम्मीदवारों को तीन का चयन करना होगा। नीचे दिए गए पाँच अनिवार्य पेपरों के पाठ्यक्रम की जाँच करें:-
Paper 1:-
- Procedural Law (The Code of Civil Procedure, 1908 and The Code of Criminal Procedure, 1973).
- The Indian Penal Code, 1860.
- The Indian Evidence Act, 1872.
- The Limitation Act, 1963.
Paper 2:-
- Procedural Law (The Code of Civil Procedure, 1908 and The Code of Criminal Procedure, 1973).
- The Indian Penal Code, 1860.
- The Indian Evidence Act, 1872.
- The Limitation Act, 1963.
Paper 3:-
- The Hindu Law and The Mohammedan Law
- Rent Control Law.
- The Specific Relief Act, 1963
- Jurisprudence
Paper IV (Language):-
- Hindi & English (Essay, Precise writing, Translation & Paraphrasing)
जज का क्या सेलरी होता है? What is the salary for a Judge?
जज का वेतन उनके पद और अनुभव पर निर्भर करता है, लेकिन सामान्यत: भारतीय न्यायिक प्रणाली में एक जज का वेतन काफी अच्छा होता है। जिला जज का वेतन लगभग ₹1,00,000 से ₹1,50,000 प्रति माह। उच्च न्यायालय के जज का वेतन : ₹2,50,000 से ₹2,75,000 प्रति माह। सुप्रीम कोर्ट के जज का वेतन : ₹3,00,000 से ₹3,50,000 प्रति माह।इसके अलावा, जजों को भत्ते और अन्य सुविधाएँ भी मिलती हैं, जैसे आवास, वाहन, और चिकित्सा सुविधाएँ।
जज बनने के लिए स्किल्स? Skills to become Judge?
जज बनने के लिए निम्नलिखित स्किल्स की जरूरत होती है:
- कानूनी ज्ञान: कानून की अच्छी समझ और जानकारी।
- सुनने की क्षमता: लोगों की बातों को ध्यान से सुनना।
- न्यायप्रियता: न्यायपूर्ण और निष्पक्ष निर्णय लेने की क्षमता।
- विश्लेषणात्मक सोच: केस के तथ्यों और सबूतों का सही तरीके से विश्लेषण करना।
- संचार कौशल: स्पष्ट और प्रभावी ढंग से बात करने की क्षमता।
- समय प्रबंधन: मामलों को समय पर निपटाने की क्षमता।
ये सब स्किल्स अच्छे जज बनने में मदद करते हैं और न्यायपूर्ण निर्णय देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
जज बनने के लिए भारतीय विश्वविद्यालय? Universities to become Judge?
जज बनने के लिए भारत में किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कानून (LLB) की डिग्री प्राप्त करना अनिवार्य होता है। यहाँ कुछ प्रमुख भारतीय विश्वविद्यालयों की सूची दी गई है, जहाँ से आप कानून की पढ़ाई कर सकते हैं:-
- नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी (NLSIU),
- नेशनल अकादमी ऑफ लीगल स्टडीज एंड रिसर्च (NALSAR),
- नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ स्टडी एंड रिसर्च इन लॉ (NUSRL),
- नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (NLU), दिल्ली:
- गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (GNLU),
- फैकल्टी ऑफ लॉ, दिल्ली यूनिवर्सिटी:
- फैकल्टी ऑफ लॉ, बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU):
- गवर्नमेंट लॉ कॉलेज (GLC)
conclusion:-
मैं इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बताया कि झारखंड में (Judge kaise Bane) जज कौन होते हैं?जज कैसे बने ? और क्या क्वालिफिकेशन क्या सिलेबस होता है किस तरह का एग्जाम पैटर्न होता है और कितनी सैलरी होती है इन सभी चीजों के बारे में इस आर्टिकल में जिक्र किया हूँ तो आप यह आर्टिकल पढ़कर कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बता सकते हैं और जज के बारे में इससे संबंधित और कुछ जानकारी कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं|