झारखंड में डीएम ऑफिसर (DM officer Kaise Bane) पूरी जानकारी

आज सभी युवा  का सपना होता है  की एक सरकारी नौकरी लेना का  तो चलिए में अपको बताता हूं कि आप झारखंड में डीएम officer कैसा (Jharkhand mein DM officer Kaise Bane) बने,  क्या qualification है, क्या syallbus होता है क्या सैलरी होता है, क्या कार्य होता है,क्या exam pattern होता है, क्या उपलब्धियां  मिलती है, और आपको डीएम बनने के लिया  कोना  सा एग्जाम दे  सकते , इन सभी चीजों के बारे इस आर्टिकल के माध्यम से जिक्र करेंगे इसलिए इस आर्टिकल को आप ध्यान से और अंत जरूर पढ़ें।

दोस्तों मैं आपको बता दूं की एक सरकारी नौकरी लेना बहुत ही कठिन होता है क्योंकि कंपटीशन बहुत ही ज्यादा हो गया है और आपका सपना डीएम ऑफिसर बनने का है तो आप जान लीजिए कि पूरे जिला का अध्यक्ष डीएम ऑफिसर ही होता है तो आपको डीएम ऑफिसर बनना है उसके लिए आपको डीएम के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए और उसके लिए आपको इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़ना पड़ेगा।

DM Officer Car
झारखंड में DM officer Kaise Bane

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झारखंड में डीएम ऑफिसर कैसे बने? (DM officer Kaise Bane) – How To Become DM officer in Jharkhand

डीएम ऑफीसर (District  magistrate officer) बनने के लिए कैंडिडेट को यूपीएससी (UPSC) एग्जाम के द्वारा आयोजित किया जाता है जो CSE( Civil service exam )परीक्षा को पास करना होता है इसके बाद आपका IAS मैं चयन किया जाता है इसके बाद IAS अधिकारी बनते हैं तथा पदोन्नति होने पर IAS अधिकारी को जिला न्यायाधीश अथवा डीएम (जिलाधिकारी) बनाया जाता है।

डीएम officer का फुल फॉर्म (DM Officer Full Form) क्या होता है?

डीएम ऑफिसर का फुल फॉर्म (District  magistrate)  होता है और इसे हिंदी  में (जिला मजिस्ट्रेट ) कहा जाता है। वहीं इसे एक झारखंड प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी भी कहा जा सकता है, क्योंकि यह झारखण्ड में एक जिले के सामान प्रशासन के सबसे वरिष्ठ कार्यकारी मजिस्ट्रेट और प्रमुख होता हैं ये  जिला न्यायाधीश भी कहे जाते है।

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डीएम ऑफीसर क्या होता  है? – What is DM Officer

आप मे से कुछ लोग ऐसे भी होंगे जिन्हें DM के बारे में ठीक से नही पता होगा तो में उन्हें बता देता हूँ। DM का पूरा नाम District magistrate होता है और भारत में इसे जिलाधिकारी, कलेक्टर, IAS officer जैसे नामों से भी जाना जाता है. भारत मे लोग सरकारी नौकरी में सबसे ज्यादा वैल्यू IAS officer को देते हैं. इसमे बहुत ज्यादा सम्मान और प्यार मिलता है। DM किसी जिलाक मुख्या होता है.

यह जिले के कानून, कृषि, उत्पाद, व्यवसाय, गाँवो, सरकारी योजनाओं को लागू करने का काम करता है। जिले में हो रही हर तरह के कारोबार की देख रेख करना, इसके जिम्मेदारी में होता है ।डी एम IPS officer के कामों पर भी नजर रखता है. IPS और डी एम एक साथ मिलकर जिले को बेहतर बनाने का काम करते हैं. DM बनने के लिए अभ्यर्थी को SDM बनाया जाता है, फिर उसके कामों को देखने के बाद DM के पद पर नियुक्त किया जाता है. DM में भर्ती होने के लिए डायरेक्ट नही लिया जाता है।

झारखंड में DM officer बनने के लिए क्या क्वॉलिफ़िकेशन चाहिए? DM Officer Qualification in Hindi

  • अभ्यार्थी के पास कम से कम बेचलर की डिग्री होनी चाहिए।
  • यदि कोई अभ्यार्थी MBBS या किसी दूसरे मेडिकल एग्जाम को पास कर दिया है लेकिन internship पूरा करना बाकी है तो वो इस परीक्षा को दे सकते हैं।
  • हालांकि, वो जिस यूनिवर्सिटी से फाइनल मेडिकल एग्जाम पास किया है, उसका certificate दिखाना होगा।

झारखंड में DM officer बनने के लिए exam कितना बार दे सकते हैं?(How many attempts  in exam to become DM officer)

एक व्यक्ति इस परीक्षा में कितनी बार बैठ सकता है, ये भी अलग अलग category के हिसाब से अलग अलग रखा गया है. पहले इसमे कोई restriction नही था. 1984 के बाद इसमें restriction लगाया गया है।

  • General Candidates के लिए: सामान्य वर्ग के लोग इस परीक्षा में अधिकतम 6 बार ही बैठ सकता है। (32 साल की आयु तक)
  • SC/ST Candidates के लिए: इस वर्ग के लोगों के लिए कोई attempt restriction नही है. यानी इस वर्ग के लोग 37 साल की आयु के अंदर जितनी बार चाहे परीक्षा दे सकता है।
  • OBC Category के Candidates के लिए: ये लोग अधिकतम 9 बार ही इस परीक्षा में बैठ सकते हैं. (35 साल की आयु तक)

झारखंड में DM बनने के लिए क्या आयु सीमा (Age limit) है? – DM officer Age Requirement?

डी एम ऑफिसर बनने के लिए आपकी आयु 21 साल से लेकर 32 साल तक होती है. Cast category के हिसाब से age की ऊपरी सिमा में थोड़ी छूट दी जाती है।

  • No of Age Relaxation:General Category के लिए: आयु में कोई छूट नही है।
  • OBC केटेगरी के लिए: आयु में 3 साल तक कि छूट है. मतलब वो 35 साल “ के उम्र तक इस एग्जाम को दे सकते हैं।
  • SC/ST Category के लिए: आयु में 5 साल तक कि छूट है। मतलब वो 21 साल से 37 साल तक IAS की परीक्षा को दे सकते हैं।
  • For Disable Person: अंधा (Blind), बहरा (Deaf), गूँगा, या फिर orthopedically handicapped लोगों के लिए आयु की सीमा में 10 साल तक कि छूट दी जाती है।

झारखंड में  DM officer बनने  के लिए  क्या Exam Pattern होता है? DM officer Exam Level in Hindi

DM officer Exam Level
BDO officer Kaise Bane – Exam Pattern

ग्रेजुएट करने के बाद अब आपका UPSC की असली तैयारी शुरू होता है. UPSC Exam को क्लियर करने के लिए तीन exams को पास करना होता है, जिनमें से पहला है प्रीलिम्स का एग्जाम, दूसरा The Main exam और फिर तीसरा आपका Interview होगा। प्रीलिम्स की एग्जाम में दो पेपर होते हैं। हर एक पेपर के लिए 200 marks होते हैं. इन दोनों पेपर्स में objective type questions होते हैं. यानी हर एक question के लिए आपको चार विकल्प दिए होते हैं. उनमें से किसी एक सही उत्तर को चुनना होता है।

इसमे negative marking भी होती है, गलत जवाब होने पर 0.33 मार्क्स काटे जाते हैं. इनका question paper हिंदी और english भाषाओं में आता है. इस एग्जाम को देने के लिए 2 घंटे का समय होता है लेकिन।

Disability candidate के लिए 20 मिनट का extra समय दिया जाता है।Main exam को पास करने के बाद अब आपका अंतिम चरण होता है Interview का. इसमे आपको बड़े बड़े ऑफिसर अपने सामने में interview लेते हैं. इसमे आपकी मेंटेलिटी को भी देखा जाता है। ये कुल 45 मिनट का होता है। इसमें कुल 275 marks होते हैं।

इस इंटरव्यू के आपसे काफी मुश्किल और ट्रिकी सवाल पूछा जाता है. साथ आपके दिमाग की सोचने की शक्ति को जाने के लिए आपसे डबल मीनिंग वाले सवाल भी पूछे जा सकते हैं. सुनने में आपको लगेगा कि कोई गंदा सवाल है लेकिन आपको दिमाग में सोच कर उसका जवाब positive तरीके से देना होगा. इसको पास कर लिए फिर आप बन गए एक IAS officer. दोस्तों UPSC Clear करने के बाद तुरंत ही आपको DM के पद पर नौकरी नही मिलती है.

उसके बाद आपको ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता है. ट्रेनिंग में तीन महीने फाउंडेशन कोर्स, भारत दर्शन, फेज 1 और फिर लास्ट में induction होता है। इसमे आपको joining लेटर दिया जाता है. शुरू में आपको Sub divisional officer (SDM) का पोस्ट मिलता है फिर बाद में प्रमोशन के बाद आपको DM बना दिया जाता है।

झारखंड में DM officer बनने के लिए क्या सिलेबस होता हैं? – DM Officer Exam Syllabus

एग्जाम तीन लेवल पर होता है:–

Premils syallbus:– इसमें दो पेपर होते है।

जेनरल studies 1:– इसमें 150 क्वेश्चन होते हैं और 200 सो मार्क्स का एग्जाम होता है और Current Affairs से सवाल पूछे जाते है। 3 indian History, Economics, Indian Polity ,and Goverence, General science, Economics and Social Development.

General studies 2:– इसमें 100 क्वेश्चंस होते हैं और 200 मार्क्स का एग्जाम होता है इसमें 10th लेवल के क्वेश्चन पूछे जाते हैं और 2 घंटे का समय मिलता है।

Mains syallbus:–इसमें 8 पेपर होते हैं:

1.general Hindi:–हिंदी में 50 नंबर के सवाल पूछे जाते हैं जिनमें शब्द ज्ञान, एवं प्रयोग, उपसर्ग एवं प्रत्यय प्रगोय, तार लेखन वर्तनी एवं वाक़ए सिद्धि आदि।

2.essay:–इसमें आपको 3 सेशन मैं 3–3 टॉपिक रहेंगे जो आपको एक टॉपिक में 700 वर्ड मैं लिखना है। इसमें 3 घंटे का समय मिलेगा।3.general studies 1:– इस पेपर में 200 मार्क्स के क्वेश्चन होते है और Indian History, Economics, world geography, Disaster current Affairs etc. से क्वेश्चन पूछे जाते हैं।

4.general studies 2:–इस पेपर में 200 मार्क्स के क्वेश्चन होते है और Indian History, Economics, world geography, Disaster current Affairs etc. से क्वेश्चन पूछे जाते हैं।

5 general studies 3:–इस पेपर मे 200 मार्क्स के क्वेश्चन होते है और Indian History, Economics, world geography, Disaster current Affairs etc. से क्वेश्चन पूछे जाते

6 general studies 4:–इस पेपर में है ethics से क्वेश्चन पूछे जाते हैं

7. optional subject– paper–1:–इसमें 29 सब्जेक्ट होते हैं जैसा:–Agriculture, Botany, Economics political science, Commerce, Statistics Zoology, law, Mechanical engineering, Sanskrit literature, sociology international relations, Medical science electrical engineering, Animal Husbandry chemistry, Accountancy, English literature, Philosophy History, Psychology Civil Engineering, Hindi literature, public Administration, Physics & veterinary science, Geology, Urdu literature, Management, etc, से questions पूछे जाते है

note;-इसे पेपर में 750 मार्क्स के questions से questions पूछे जाते है

8 optional subject–paper–2

  • इन्टरव्यू syallbus:–इस पेपर में आपसे कुछ भी पूछा जा सकता है। जैसा जिस राज्य में रहते हैं और कुछ सब्जेक्ट के बारे में या कुछ अपने बारे में पूछ जा सकता हैं। यह पेपर 200 मार्क्स का होता हैं। इंटरव्यू अर्थात साक्षात्कार में आवेदक की योग्यता का आकलन किया जाता है, साक्षात्कार के दौरान आपका इंटरव्यू लेने वाले पैनल को यह विश्वास दिलाना होगा, कि आप इस पद के लिए उपयुक्त हैं, और आप यह कार्य जिम्मेदारी से कर सकते है, साक्षात्कार कुल 200 का होता है
  • note;–इसे पेपर में 275 मार्क्स के questions से questions पूछे जाते है

झारखंड में DM officer का सैलरी कितना होता है? – DM  officer Salary in Jharkhand

IAS officer यानि DM को 7th Pay Commission structure के हिसाब से सैलरी मिलता है. जिसमे इनकी स्टार्टिंग सैलरी Rs.56,100 Per month होता है इसके साथ TA, DA और HRA भी मिलता है. अगर कोई IAS officer किसी जिले में जिला अधिकारी पद पर तैनात है तो उसको Rs.56,100 से लेकर 1,18,500 रुपये हर महीने मिलता है.एक डीएम को कम से कम 56100 रुपये और मैक्सिमम 250000 रुपये हर महीने सैलरी मिल सकता है लेकिन इसके लिए उसे सालो तक नौकरी करना पड़ता है और cabinet secretary level तक पहुंचना होता है. यहाँ पर मैं आपको IAS officers को मिलने वाले सभी salaries और उससे जुड़े पोस्ट के बारे में जानकारी देता हूँ.

झारखंड में डीएम ऑफिसर को क्या-क्या उपलब्धियां मिलती है? Dm Officer Facility

इस सैलरी के साथ डीएम को हर तरह की सुविधाएं मिलती है जैसे की चलने के लिए गाड़ी, रहने के लिए घर, नौकर, खाना बनाने वाला, सिक्योरिटी के लिए पुलिस और बहुत कुछ – जो की इनके बेसिक सैलरी के साथ नहीं जोड़ा जा साथ इन्हे बहुत से सरकारी schemes में छूट मिलता है जो आम तौर पर एक सरकारी अफसर को ही मिल सकता है.

झारखंड में DM Officer का कार्य क्या होता है? – DM Officer work in hindi

यह जिले के कानून, कृषि, उत्पाद, व्यवसाय, गाँवो, सरकारी योजनाओं को लागू करने का काम करता है। जिले में हो रही हर तरह के कारोबार की देख रेख करना, इसके जिम्मेदारी में होता है अगर आपके जिले में कोई करप्ट ऑफिसर या कर्मचारी है तो उसके खिलाफ करवाई या सस्पेंड  कर सकते हैं या डीएम का कार्य होता है और जनता का समस्या का समाधान करना या अभी डीएम का कार्य होता है।

डीएम ऑफिस (DM officer) का प्रमोशन (Promotion) कैसे होता है?

Sub divisional magistrate जो लोग IPS क्वालीफाई करते हैं उन्हें सबसे पहले SDM का पद सौंपा जाता है इस पद पर अनुभव इसके बाद उन्हें जब कुछ समय बाद उन्हें हो जाता है फिर ADM पद पर प्रमोशन होता है( ADDITIONAL DISTRICT MAGISTRATE) ADM का पद DM की सहायता के लिए होता है एक IAS अधिकारी जब DM के पद पर पहुंचते है तो कम से कम उन्हे 6 साल का अनुभव IAS होना चाहिए।

Conclusion

मैं इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बताया कि झारखंड में डीएम ऑफिसर (DM officer Kaise Bane) पूरी जानकारी और DM officer क्या होता है क्या क्वालिफिकेशन क्या सिलेबस होता है किस तरह का एग्जाम पैटर्न होता है और क्या सैलरी होती है इन सभी चीजों के बारे में इस आर्टिकल में जिक्र किया हूँ तो आप यह आर्टिकल पढ़कर कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बता सकते हैं और डीएम ऑफिसर के बारे में इससे संबंधित और कुछ जानकारी कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।

धन्यवाद!

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