झारखंड में एसडीएम ऑफिसर कैसे बने (SDM officer Kaise Bane) पूरी जानकारी

अगर आप का भी सपना हैं झारखंड में एसडीएम ऑफिसर कैसे बने (SDM officer Kaise Bane) तो चलिए मैं आपको बताता हूं की आप एसडीएम ऑफिसर कैसे बन सकते हैं और क्या क्वालिफिकेशन चाहिए, क्या एग्जाम पैटर्न होता है क्या सिलेबस होता है और क्या एग्जाम level होता है, इन सभी चीजें के बारे में इस आर्टिकल में आपसे जिक्र करेंगे इसलिए इस आर्टिकल को ध्यान से और अंत तक जरूर पढ़ें।

आज का समय मैं सरकारी नौकरी लेना बहुत ही कठिन होता है,और आज के समय में अधिकतर युवा यह चाहते हैं कि एक सरकारी नौकरी को करें। प्रशासनिक सेवा में अलग-अलग पदों का ऑफिसर होते हैं। अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए युवा कड़ी मेहनत करते हैं। लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह होती है कि आपको अपने लक्ष्य की सारी जानकारियां होनी चाहिए।

Jharkhand mein sdm officer Kaise Bane details in hindi
Jharkhand mein sdm officer Kaise Bane details in hindi

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झारखंड में एसडीएम ऑफिसर कैसे बने (SDM officer Kaise Bane) ? – How To Become SDM in Jharkhand

एसडीएम बनने के लिए झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) की सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। इसके लिए कड़ी मेहनत, सही रणनीति, और धैर्य की आवश्यकता होती है। एसडीएम का पद अत्यंत महत्वपूर्ण और जिम्मेदारी भरा होता है, जिसमें आपको प्रशासनिक कार्य, कानून व्यवस्था बनाए रखने, और विकास कार्यों की देखरेख करनी होती है

झारखंड में 24 जिले होते हैं और हर जिले में एक ही एसडीएम ऑफिसर होते हैं जो प्रशासनिक सेवा को करते हैं और आप जेपीएससी एग्जाम देकर एसडीएम ऑफिसर  बन सकते हैं।

एसडीएम officer का फुल फॉर्म (SDM Officer Full Form) क्या होता है?

एसडीएम का फुल फॉर्म उप प्रभागीय न्यायाधीश (Sub Divisional Magistrate) होता है।

एसडीएम ऑफीसर क्या होता  है? – What is SDM Officer

SDM का पुरा नाम Sub Divisional Magistrate कहा जाता है। हिंदी में उप प्रभागीय न्यायाधीश कहते हैं। सभी जिले में एक उप प्रभागीय न्यायाधीश अर्थात एसडीएम होता है जो जिले के सभी जमीन व्यापार पर देखरेख करता है। जिले की सभी भूमि का लेखा-जोखा एसडीएम के देखरेख में होता है। उप प्रभागीय मजिस्ट्रेट” एसडीएम उप खंड स्तर पर सबसे बड़ा प्रशासनिक अधिकारी होता है, उप खंड की संपूर्ण भूमिका लेखा जोखा एसडीएम के पास मौजूद होता है। दण्ड प्रक्रिया संहिता के अंतर्गत SDM को मजिस्ट्रेट के कार्य भी दिए गए हैं।

जरूर पढ़े –

SDM officer बनने के लिए क्या क्वॉलिफ़िकेशन चाहिए? SDM Officer Qualification in Hindi

  • एसडीएम बनने के लिए उम्मीदवार का ग्रेजुएट होना जरूरी हैं, आपने चाहे किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन की हो आप एसडीएम का एग्जाम दे सकते हो ।

SDM officer बनने के कितने तरीके होते हैं? How many ways to become SDM Officer

  1. UPSC का पेपर पास करके जो की UPSC भारत की प्रमुख केंद्रीय भर्ती एजेंसियों में से एक है, यह कई सरकारी नौकरियो के लिए परीक्षाओं का आयोजन करता है, यूपीएससी आईएएस के लिए भी हर साल परीक्षा का आयोजन करता है, इसमें पूरे देश के छात्र आवेदन कर सकते हैं। आईएएस में जो कैंडिडेट सेलेक्ट होते हैं उन्हें ट्रेनिंग पुरी कर लेने के बाद एसडीएम का ही पद मिलता है, और कुछ सालो बाद उन्हें डीएम का पद मिल जाता हैं।
  2. राज्यो के पीएससी  द्वारा करवाए जाने पेपर को पास करके यूपीएससी की तरह ही अलग अलग राज्यो का अपना पीएससी होता है जैसे राजस्थान के लिए आरपीएससी, एमपी के लिए एमपी पीएससी, यूपी के लिए uppsc है।
  3. प्रत्येक राज्य का पीएससी अपने राज्य में सिविल सेवाओं के लिए परीक्षा का आयोजन करवाता है। इसमें पूरे देश के छात्र आवेदन कर सकते हैं। इस परीक्षा में जो कैंडिडेट ऊंची रैंक के साथ सेलेक्ट होते हैं उन्हें एसडीएम बनाया जाता हैं।

झारखंड में SDM बनने के लिए क्या आयु सीमा (Age limit) है? – SDM Age Requirement?

  • उम्र सीमा 21 साल से 32 साल के बीच होना चाहिए।
  • ओबीसी उम्मीदवारों को 3 साल और SC / ST उम्मीदवारों के लिए 5 साल की छुट मिलती है।
  • पीडब्ल्यूडी के लिए 21 साल से 55 साल तक होना चाहिए।

झारखंड में  SDM बनने  के लिए  क्या Exam Pattern होता है? SDM Exam Level in Hindi

  1. Preliminary Exam (प्रारंभिक परीक्षा):–पहला पेपर है सामान्य अध्ययन का और दूसरा पेपर है सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट (Civil Services Aptitude Test )हर पेपर 200 अंक का होता है। दोनों पेपर्स में ऑब्जेक्टिव टाइप सवाल पूछे जाते हैं। हर पेपर के लिए दो घंटे का समय दिया जाता है। प्रारम्भिक परीक्षा के अंक फाईनल मेरिट में नहीं जोड़ा जाते है । और इसमें 33 परसेंट मार्क्स लाना अनिवार्य होता है।
  2. Main Exam( मुख्य परीक्षा):–प्रारंभिक परीक्षा में पास होने वाले कैंडिडेट्स को मुख्य परीक्षा में शामिल किया जाता है । मुख्य परीक्षा में कुल नौ पेपर्स होते हैं इनमें सब्जेक्टिव प्रकार के प्रश्न आते हैं। प्रत्येक पेपर को हल करने के लिए 3 घंटे का समय मिलता है। मुख्य परीक्षा भी आप हिंदी या अंग्रेजी किसी भी भाषा में दे सकते हो। मुख्य परीक्षा के नंबर फाइनल मेरिट में जोड़ा जाते है । इस परीक्षा में पास होने वाले छात्र को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है
  3. Interview Exam (साक्षात्कार परीक्षा):–लिखित परीक्षा को पास करने के बाद आपको इंटरव्यू के लिये बुलाया जाता है। इंटरव्यू में पास किये गये अंक आपकी मेरिट लिस्ट में जोड़े जाते है इंटरव्यू के अंक और मुख्य परीक्षा के अंकों को जोड़कर अलग अलग कैटेगरी के हिसाब से मेरिट लिस्ट बनाई जाती हैं जो कैंडिडेट इस लिस्ट में आते हैं उन्हें ट्रेनिंग के लिए बुलाया जाता है।

Note:– इसमें negative मार्क्स होता है। एक क्वेश्चन गलत होने पर 1/3 मार्क्स कटता है।

झारखंड में SDM बनने के लिए क्या सिलेबस होता हैं? – SDM Officer Exam Syllabus 

Premils syallbus:– इसमें दो पेपर होते है।

  • जेनरल studies 1:– इसमें 150 क्वेश्चन होते हैं और 200 सो मार्क्स का एग्जाम होता है और Current Affairs से सवाल पूछे जाते है। 3 indian History, Economics, Indian Polity ,and Goverence, General science, Economics and Social Development.
  • General studies 2:– इसमें 100 क्वेश्चंस होते हैं और 200 मार्क्स का एग्जाम होता है इसमें 10th लेवल के क्वेश्चन पूछे जाते हैं और 2 घंटे का समय मिलता है।

Mains syallbus:–इसमें 8 पेपर होते हैं:

1.general Hindi:–हिंदी में 50 नंबर के सवाल पूछे जाते हैं जिनमें शब्द ज्ञान, एवं प्रयोग, उपसर्ग एवं प्रत्यय प्रगोय, तार लेखन वर्तनी एवं वाक़ए सिद्धि आदि।

2.essay:–इसमें आपको 3 सेशन मैं 3–3 टॉपिक रहेंगे जो आपको एक टॉपिक में 700 वर्ड मैं लिखना है। इसमें 3 घंटे का समय मिलेगा।

  1. 3. general studies 1:– इस पेपर में 200 मार्क्स के क्वेश्चन होते है और Indian History, Economics, world geography, Disaster current Affairs etc. से क्वेश्चन पूछे जाते हैं।
  2. 4. general studies 2:–इस पेपर में 200 मार्क्स के क्वेश्चन होते है और Indian History, Economics, world geography, Disaster current Affairs etc. से क्वेश्चन पूछे जाते हैं।

5 general studies 3:–इस पेपर मे 200 मार्क्स के क्वेश्चन होते है और Indian History, Economics, world geography, Disaster current Affairs etc. से क्वेश्चन पूछे जाते

6 general studies 4:–इस पेपर में है ethics से क्वेश्चन पूछे जाते हैं

7. optional subject– paper–1:–इसमें 29 सब्जेक्ट होते हैं जैसा:–Agriculture, Botany, Economics political science, Commerce, Statistics Zoology, law, Mechanical engineering, Sanskrit literature, sociology international relations, Medical science electrical engineering, Animal Husbandry chemistry, Accountancy, English literature, Philosophy History, Psychology Civil Engineering, Hindi literature, public Administration, Physics & veterinary science, Geology, Urdu literature, Management, etc, से questions पूछे जाते है।

8 optional subject–paper–2

Interview syallbus: इस पेपर में आपसे कुछ भी पूछा जा सकता है। जैसा जिस राज्य में रहते हैं और कुछ सब्जेक्ट के बारे में या कुछ अपने बारे में पूछ जा सकता हैं।  यह पेपर 200 मार्क्स का होता हैं। इंटरव्यू अर्थात साक्षात्कार में आवेदक की योग्यता का आकलन किया जाता है, साक्षात्कार के दौरान आपका इंटरव्यू लेने वाले पैनल को यह विश्वास दिलाना होगा, कि आप इस पद के लिए उपयुक्त हैं, और आप यह कार्य जिम्मेदारी से कर सकते है, साक्षात्कार कुल 200 का होता है ।

झारखंड में SDM का सैलरी कितना होता है? – SDM Salary in Jharkhand

एसडीएम ऑफिसर को वेतन ग्रेड पे के अनुसार, न्यूनतम वेतन 53,100 रुपए और 67,700 रुपये तथा अधिकतम 1,03, 314 रुपये प्राप्त होता है।

झारखंड में एसडीएम ऑफिसर को क्या-क्या उपलब्धियां मिलती है?

  • एसडीएम ऑफिसर को रहने के लिए सरकारी निवास  में सिक्योरिटी गार्ड रसोईया इत्यादि की सुविधाएं भी देते हैं
  •  सरकारी वाहन भी एसडीम ऑफिसर को प्राप्त होती है
  •  फ्री बिजली और फ्री टेलीफोन की सुविधा भी प्राप्त होती है।
  • सबसे महत्वपूर्ण बात उन्हें जॉब सिक्योरिटी प्राप्त होती है जो कि अधिकतर निधि नौकरियों में प्राप्त नहीं होती है
  • रिटायरमेंट के बाद पेंशन की सुविधा भी मिलती है आज की पढ़ाई के लिए स्टडी लीव ही मिलती है सरकारी काम के लिए अगर आप कहीं दूसरे राज्य में जाते हैं तो वहां आपको अच्छी रहने की सुविधा

ारखंड में SDM Officer का कार्य क्या होता है? – SDM Officer work in hindi

एसडीएम ऑफिसर का कार्य अपने क्षेत्र में जमीन से संबंधित और राज्यसेवा कार्य करते हैं और प्रमाण पत्र की जारी करवाना एसडीएम ऑफिसर का कार्य होता है और इलेक्शन और मैजिस्ट्रेट का कार्य भी एसडीएम ऑफिसर करते हैं साथ ही विवाह का पंजीकरण का कार्य एसडीएम ऑफिसर ही करते हैं।

एसडीएम ऑफिस (SDM officer) का प्रमोशन (Promotion) कैसे होता है?

जब आप upsc एग्जाम दे के एसडीएम offcier बनते है तो 2 या 3 साल में आपका प्रमोशन एडीएम (additional district magistrate )  में हो जाता है और जब आप जेपीएससी एग्जाम  दे के  एसडीएम बनते हैं तो 8 या 9 साल में आपका प्रमोशन एडीएम मैं होता है। एडीएम के बाद आपका प्रमोशन डीएम में हो जाता है लेकिन डीएम का प्रमोशन 8 या 9 साल एडीएम बनने के बाद होता है।

Conclusion

मैं इस आर्टिकल में आपको बताया कि आप झारखंड में एसडीएम ऑफिसर कैसे बने (SDM officer Kaise Bane) और क्या-क्या क्वालीफिकेशंस? क्या सिलेबस है?क्या एग्जाम पैटर्न होता है क्या सैलरी है  क्या  कार्य होते हैं इन सभी चीजों के बारे में इस आर्टिकल  के माध्यम से बताया हूं तो आप बताइएगा की आपको आर्टिकल पढ़कर कैसा लगा कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बता सकते हैं और एसडीएम ऑफिसर से संबंधित कुछ प्रश्न या जानकारी चाहिए तो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते है।

धन्यवाद!

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